राष्ट्रपति पद की शपथ 25 जुलाई को ही क्यों होती है?

राष्ट्रपति पद की शपथ 25 जुलाई को ही क्यों होती है?

राष्ट्रपति पद की शपथ 25 जुलाई को ही क्यों होती है? भारत के इतिहास में 25 जुलाई राष्ट्रपति की वजह से सबसे अहम होता है दरअसल वर्ष 1977 के बाद से 25 जुलाई को ही भारत के राष्ट्रपति पद की शपथ ले लेते हैं|

President of india – दरअसल, यह ऐसा दिन है, जिस दिन भारत को कई नए राष्ट्रपति मिले हैं यानी 25 जुलाई,1977 से ही सभी राष्ट्रपतियों ने पद की शपथ ली है इसलिए 25 जुलाई को राष्ट्रपति की वजह से जाना जाता है|

ऐसे क्यों होता है?

President of india – भारत के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ है, जब कोई भी दिन बिना राष्ट्रपति के रहा हो,जिस दिन राष्ट्रपति का कार्यकाल समाप्त होता है उसी दिन दूसरे राष्ट्रपति को शपथ दिला दी जाती है,1950 में राजेंद्र प्रसाद सबसे पहले राष्ट्रपति बने और उनके बाद हमेशा कोई ना कोई देश का राष्ट्रपति रहा|

अभी तक कितने राष्ट्रपतियों ने 25 जुलाई को शपथ नहीं ली (Which Other’s not take oath on 25th July)

  • अभी तक देखा जाए तो 5 राष्ट्रपति ऐसे रहे है जिन्होंने 25 जुलाई को शपथ नहीं ली थी, जिनके बारे में निम्नलिखित बिन्दुओं में विस्तार से देखा जा सकतें है –
  • प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्दर प्रसाद का है उन्होंने 26,जनवरी 1950 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी |
  • डॉ. राजेन्दर प्रसाद इकलौते ऐसे राष्ट्रपति हैं, जो एक से ज्यादा कार्यकाल के लिए चुने गए |
  • दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 13 मई,1962 को शपथ ली थी |
  • तीसरे राष्ट्रपति जाकिर हुसैन ने 13 मई 1967 को तीसरे राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली |
  • चौथे राष्ट्रपति वीवी गिरी ने 24 अगस्त 1969 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी |
  • पांचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने 24 अगस्त 1974 को शपथ ली थी | इनका भी कार्यकाल के दौरान ही निधन हो गया था |

NOTE –

इस दौरान तीन अवसर ऐसे भी आए जब देश में कार्यवाहक राष्ट्रपति रहे-

  • पहली बार जब जाकिर हुसैन का निधन हुआ तो उस समय वीवी गिरी 3 मई 1969 से 78 दिन तक कार्यवाहक राष्ट्रपति रहे |
  • उनके बाद 20 जुलाई 1969 से अगले 35 दिनों के लिए मोहम्मद हयातुल्ला देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने |
  • पांचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के निधन के बाद बीडी जत्ती भी 11 फरवरी 1977 से अगले 164 दिन तक देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने |

अभी तक कितने राष्ट्रपतियों ने 25 जुलाई को ली शपथ?

President of india – आपको बताते चलें की वर्ष 1977 से लगातार सभी राष्ट्रपतियों ने 25जुलाई,को शपथ लेने का सिलसिला जारी रखा है इसलिए ही आज भी 25 जुलाई को ही राष्ट्रपति पद की शपथ ली जाती है इस तारीख को शपथ लेने वालों की सूची निचे दी गई है –

क्र.सं. वर्ष राष्ट्रपति का नाम
01 25 जुलाई,1977 नीलम संजीव रेड्डी
02 25 जुलाई,1982 ज्ञानी जैल सिंह
03 25 जुलाई,1987 वेंकटरमन
04 25 जुलाई,1992 शंकर दयाल शर्मा
05 25 जुलाई,1997 के आर नारायणन
06 25 जुलाई,2002 .पी.जे. अब्दुल कलाम
07 25 जुलाई,2007 प्रतिभा देवीसिंह पाटिल
08 25 जुलाई,2012 प्रणब मुखर्जी
09 25 जुलाई,2017 रामनाथ कोविंद

 

भारत के संविधान के अनुच्छेद 56 के अनुसार

भारत के संविधान के अनुच्छेद 56 के अनुसार राष्ट्रपति अपने पद ग्रहण करने की तिथि से 5 साल की अवधि के लिए पद धारण करता है तथापि,अपनी पदावधि के अवसान के पश्चात् भी वह अपने पद पर तब तक बना रहता है, जब तक उसका उत्तराधिकारी उसका पद ग्रहण नहीं कर लेता है|

सीधे शब्दों में कहा जाए तो इसका कोई कारणनहीं है| नीलम संजीव रेड्डी से लेकर सभी राष्ट्रपतियों ने अपना कार्यकाल पूरा किया है, राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है|

इसलिए हर बार उनका कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा होने के साथ ही 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ लेते हैं| मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल भी 24 जुलाई को पूरा हो रहा है और इस बार राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू व यशवंत सिन्हा में से जो भी चुनाव जीतेगा, वह 25 जुलाई को शपथ लेगा|

FAQ’s राष्ट्रपति पद की शपथ 25 जुलाई को ही क्यों होती है?

Q. राष्ट्रपति पद की शपथ 25 जुलाई को ही क्यों होती है?-

Ans. नीलम संजीव रेड्डी से लेकर अभी तक के सभी राष्ट्रपतियों ने अपना कार्यकाल पूरा किया है, इसलिए 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ लेते हैं|

Q. राष्ट्रपति का कार्यकाल कितना होता है?

Ans. राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है|

Q. वर्तमान में भारत के राष्ट्रपति कौन है ?

Ans. महामहिम रामनाथ कोविंद 

Q. वर्तमान महामहिम रामनाथ कोविंद का  कार्यकाल कब समाप्त हो रहा है ?

Ans. 24 जुलाई, 2022 

Leave a Comment