Shyam Saran Negi || आजाद भारत का पहला  मतदाता अपना आखिरी वोट देकर विदा

Independent India’s first voter in Hindi

आजाद भारत का पहला  मतदाता अपना आखिरी वोट देकर विदा

Shyam Saran Negi : आजाद भारत के पहले मतदाता रहे हिमाचल प्रदेश के श्याम शरण नेगी ने जाते-जाते भी पूरे हिंदुस्तानियों को एक सीख दी जो कि एक जागरूक मतदाता बनने की है ताकि लोकतांत्रिक हिंदुस्तान हमेशा फलता फूलता रहे | हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के रहने वाले श्याम सरण नेगी (Shyam Saran Negi) अपनी 106 वर्ष की आयु में भी जाते जाते अपना अमूल्य वोट देकर गए |

आज तक नहीं भूले अपना वोट डालना

 पैसे से शिक्षक रहे श्याम सरण नेगी ने 1951 से लगातार हर चुनाव में मतदान किया वर्ष 2007 में कई दावों  तथा अन्य दस्तावेजों की पड़ताल करने के बाद चुनाव आयोग ने श्याम शरण नेगी को आजाद भारत का पहला वोटर प्रमाणित किया था |

Independent India's first voter in Hindi
Independent India’s first voter

 आखरी मौका भी नहीं चुके थे  नेगी

हिमाचल में चुनाव का ऐलान हुआ तो उन्होंने इस बार भी घर से मतदान की इच्छा जताई, हालांकि हर  बार पोलिंग बूथ पर जाकर वोट देते रहे | डाक मत प्रक्रिया के जरिए श्याम शरण नेगी ने 2 नवंबर 2022 के दिन मतदान किया |

 लोकतंत्र का प्रहरी को आखिरी विदाई

स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम सरण नेगी के अंतिम संस्कार में लगभग 16 किलोमीटर तक हजारों की तादाद में लोग पैदल चले, साथ ही स्वयं मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार उनके घर पर शोक मनाने में भी शामिल हुए, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत कई नेताओं ने इस सच्चे और लोकतंत्र के प्रहरी के  निधन पर शोक जताया |

श्याम शरण नेगी का जीवन परिचय

  • नाम – श्याम सरण नेगी
  • उप नाम – मास्टर श्याम
  • उम्र 106 वर्ष
  • निधन 5 नवंबर 2022
  • पहला वोट तिथि 23 अक्टूबर 1951
  • पहला पोलिंग स्टेशन – कल्पा पोलिंग स्टेशन
  • उन्होंने पहली बार जब वोट किया था, तब वह 33 साल के थे
  • आखिरी वोट 2 नवंबर 2022
  • आखरी वोट जगह – घर से ही पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करना
  • मतदान – अपने पूरे जीवन काल में 34 बार अपने वोट का प्रयोग किया
  • लोकसभा – उन्होंने 16 बार लोकसभा चुनाव में मतदान किया
  • विधानसभा – उन्होंने 14 बार विधानसभा चुनाव में मतदान किया

हर चुनाव में मतदान करना

 मुख्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार श्याम सरण नेगी ने वर्ष 1951 से हर चुनाव में मतदान किया ऐसा कोई भी चुनाव नहीं रहा जिसमें उन्होंने भाग ना लिया

आजाद भारत का पहला आम चुनाव

 स्वतंत्र भारत में पहला आम चुनाव जनवरी-फरवरी 1952 में हुआ था लेकिन हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी को देखते हुए चुनाव आयोग ने 5 महीने पहले ही वोटिंग करवाई थी अक्टूबर 1951 में वहां चुनाव करवाए गए इस प्रकार 23 अक्टूबर 1951 को श्याम शरण नेगी ने लाइन में लगकर अपना मतदान किया और इस तरह श्याम शरण नेगी स्वतंत्र भारत के प्रथम वोटर बने

 चुनाव आयोग ने खोजा पहला वोटर

  वर्ष 2007 में चुनाव आयोग ने अपना पहला वोटर खोजना शुरू किया पहले वोटर की पहचान के लिए मतदाता सूचियों को खंगालना शुरू किया साथ ही श्याम शरण नेगी के दावों और सभी दस्तावेजों की पड़ताल के बाद यह साबित हुआ की श्याम शरण लेगी ही देश के प्रथम मतदाता थे

स्टेट आइकन

श्याम सरण नेगी वर्ष 2014 से चुनाव आयोग के स्टेट आइकन भी रहे|

रेड  कारपेट बिछाया गया

 2 नवंबर, 2022 को 106 वर्षीय श्याम सरण नेगी के आखिरी वोट के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से उनके घर के परिसर में बने डाक बूथ तक के लिए रेड कारपेट बिछाया गया जहां उन्होंने अपना अंतिम मताधिकार का प्रयोग किया |

लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण की मिशाल

106 वर्ष की आयु होने के बाद भी मतदान करने के प्रति उनका जज्बा इस बात का प्रमाण है कि लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण में एक-एक मत की कितनी महत्ता है।

 

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