राष्ट्रमंडल खेल में भारत | Commonwealth Games
Commonwealth Games – Interesting facts About Commonwealth games in Hindi – “कॉमनवेल्थ” ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा रहे देशों का Intergovernmental Organization है| “ओलम्पिक” और “एशियन खेलों” के बाद खेलों की दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा आयोजन “राष्ट्रमण्डल खेलों” का ही होता है|
“आधुनिक कॉमनवेल्थ” का गठन 26 अप्रैल 1949 को लन्दन घोषणा के जरिये किया गया था| वर्तमान में कॉमनवेल्थ या राष्ट्रमण्डल में 53 देश शामिल हैं| इन 53 देशों में सिर्फ मोजाम्बिक ही ऐसा देश है जो कि कभी भी ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा नहीं रहा है लेकिन फिर भी कॉमनवेल्थ का सदस्य है| हालाँकि अमेरिका ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा रहा है लेकिन फिर भी कॉमनवेल्थ का सदस्य नहीं है|
राष्ट्रमण्डल खेलों में रोचक तथ्य (Commonwealth Games)
राष्ट्रमण्डल खेलों में रोचक तथ्य यह भी है कि अब तक केवल 6 देश ही ऐसे हैं, जिन्होंने अब तक आयोजित सभी राष्ट्रमण्डल खेलों में हिस्सा लिया है| जिनके नाम है-ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स|
1942 और 1946 केवल दो अवसर हैं, जहाँ राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन नहीं हो सका। इस मेगा स्पोर्ट्स इवेंट को “फ्रेंडली गेम्स” भी कहा जाता है।
कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत और नामकरण
कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत करीब 88 साल पहले हुई थी। 1930 में पहली बार इस खेल का आयोजन कनाडा के हैमिल्टन शहर में किया गया था। हर 4 साल में आयोजित होने वाले इस खेल के नाम की बात करें तो 1930 से अब तक इस खेल का नाम 4 बार बदला जा चुका है।
1930-50 तक इसे ब्रिटिश एम्पायर गेम्स यानी ब्रितानी साम्राज्य खेल कहा जाता था|
1954-66 तक ब्रितानी साम्राज्य और राष्ट्रमंडल खेल कहा गया और 1970-74 तक “ब्रितानी राष्ट्रमंडल खेल” रहा तथा 1978 से राष्ट्रमंडल खेल नाम रखा गया था |
1970 में, खेल की शुरुआत से पहले एक बार फिर इसका नाम बदल दिया गया। इस बार इसे “ब्रिटिश कॉमनवेल्थ गेम्स” का नाम दिया गया। दो सीज़न के बाद 1978 में चौथी बार फिर से खेल का नाम बदला गया और इस बार इसे “कॉमनवेल्थ” कहा गया।
40 साल बाद जब आम सहमति से खेल का नाम बदलकर “कॉमनवेल्थ” कर दिया गया। उसके बाद भाग लेने वाले देशों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई। इस बार का 22वां सीजन है जो इंग्लैंड के “बर्मिंघम” में हो रहा है |
राष्ट्रमंडल खेलों में भारत : पदक तालिका
बर्मिगम में राष्ट्रमंडल खेलों के अंतिम दिन भारतीय खिलाडियों ने ( पी.वी.सिंधु,लक्ष्य सेन,चिराग – सात्विक और अचंता शरत कमल ने स्वर्णिम समापन किया अब 2026 में विक्टोरिया ( आस्ट्रेलिया ) में मिलेंगे | जहाँ तक इस राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का सवाल है, उसने अब तक 92 वर्षों में कुल 565 पदक जीते हैं। उन्होंने 203 स्वर्ण, 191 रजत और 171 कांस्य पदक अपने नाम किए हैं।
Commonwealth Games List – राष्ट्रमंडल खेलो में भारत : एक नजर में
क्र.सं. | वर्ष | स्थल | भाग | स्वर्ण | रजत | कांस्य | कुल पदक |
01 | 1930 | कनाडा | भाग नहीं लिया | ||||
02 | 1934 | लंदन | 0 | 0 | 1 | 01 | |
03 | 1938 | सिडनी | भाग लिया | 0 | 0 | 0 | 0 |
04 | 1942 | खेल नहीं हुए | – | – | – | – | |
05 | 1946 | खेल नहीं हुए | – | – | – | – | |
06 | 1950 | ऑक्लैंड | भाग नहीं लिया | ||||
07 | 1954 | वैंकुवर | भाग लिया | 0 | 0 | 0 | 0 |
08 | 1958 | वेल्स | भाग लिया | 02 | 01 | 0 | 03 |
09 | 1962 | ऑस्ट्रेलिया | भाग नहीं लिया | ||||
10 | 1966 | जमैका | भाग लिया | 03 | 04 | 03 | 10 |
11 | 1970 | स्कॉटलैंड | भाग लिया | 05 | 03 | 04 | 12 |
12 | 1974 | न्यूज़ीलैंड | भाग लिया | 04 | 08 | 03 | 15 |
13 | 1978 | कनाडा | भाग लिया | 05 | 05 | 05 | 15 |
14 | 1982 | ऑस्ट्रेलिया | भाग लिया | 05 | 08 | 03 | 16 |
15 | 1986 | स्कॉटलैंड | भाग नहीं लिया | ||||
16 | 1990 | न्यूजीलैंड | भाग लिया | 13 | 08 | 11 | 32 |
17 | 1994 | कनाडा | भाग लिया | 06 | 12 | 07 | 25 |
18 | 1998 | मलेशिया | भाग लिया | 07 | 10 | 08 | 25 |
19 | 2002 | इंग्लैंड | भाग लिया | 30 | 22 | 17 | 69 |
20 | 2006 | ऑस्ट्रलिया | भाग लिया | 22 | 17 | 11 | 50 |
21 | 2010 | भारत | भाग लिया | 38 | 27 | 36 | 101 |
22 | 2014 | स्कॉटलैंड | भाग लिया | 15 | 30 | 19 | 64 |
23 | 2018 | अमेरिका | भाग लिया | 26 | 20 | 20 | 66 |
24 | 2022 | इग्लैंड | भाग लिया | 22 | 16 | 23 | 61 |
कुल पदक | 203 | 191 | 171 | 565 |
राष्ट्रमंडल खेल 2022: बर्मिंघम
- राष्ट्रमंडल खेलों का आधिकारिक शुभंकर ‘पेरी द बुल’ है, जिसे दस साल की लड़की ने डिजाइन किया है।
- इग्लैंड के बर्मिंघम में 28 जुलाई से 8 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। यह खेल हर चार साल में एक बार आयोजित किया जाता है।
- संयुक्त राज्य अमेरिका ब्रिटिश शासन के अधीन था, लेकिन वे राष्ट्रमंडल खेलों में भाग नहीं लेते थे।
- 72 देशों में से, जो प्रतिभागियों की वर्तमान संख्या है, सभी संस्करणों में केवल 6 देशों ने भाग लिया है। ये देश हैं ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स।
- पहले राष्ट्रमंडल खेलों में केवल 11 देशों ने भाग लिया था। लगभग 100 साल बाद, 2022 में, 72 देश हिस्सा लेंगे
- पदक तालिका में, ऑस्ट्रेलिया 932 स्वर्ण, 774 रजत और 709 कांस्य के साथ शीर्ष पर बैठता है, जो कि 2415 पदकों के लिए गिना जाता है।
- भारत 4 पदकों के साथ सर्वकालिक पदक तालिका में चौथे नंबर पर है। इसमें 503 स्वर्ण, 181 रजत और 173 कांस्य शामिल हैं।
- बीआर चोपड़ा की महाभारत का भीम याद है? भीम, जिन्हें प्रवीण कुमार ने चित्रित किया था, ने 1966 के राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों के हैमर थ्रो में भारत के लिए रजत पदक जीता।
- रंजीत कुमार राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय “पैरा-एथलीट” बने, जब उन्होंने 2006 के मेलबर्न खेलों के दौरान “डिस्कस थ्रो” में “कांस्य पदक” जीता था।
commonwealth games 2022 history
- राष्ट्रमंडल खेल 2022 में 280 अलग-अलग मेडल इवेंट शामिल हैं।
- 11 दिनों के खेल के दौरान 286 अलग- अलग सेशन आयोजित किए जाएंगे।
- राष्ट्रमंडल खेल 2022 पहला ऐसा इवेंट होगा, जहां खेलों से किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं होगा।
- राष्ट्रमंडल खेल के लिए लगभग 6,500 एथलीट और टीम के सपोर्ट अधिकारी बर्मिंघम जाएंगे।
- राष्ट्रमंडल खेल मेंपहली बार महिला क्रिकेट के साथ-साथ T20 किक्रेट को शामिल किया गया है।
- राष्ट्रमंडल खेल के दौरान 54 हॉकी मैच होंगे और ये सभी बर्मिंघम यूनिवर्सिटी में आयोजित होंगे।
- सोलोमन आइसलैंड की महिला टीम पहली बार बीच वॉलीबॉल में हिस्सा लेगी। वहीं पुरुषों की प्रतियोगिता में रवांडा, दक्षिण अफ्रीका और मालदीव राष्ट्रमंडल खेलों में डेब्यू करेंगे।
- बर्मिंघम 2022 में दो सुपर संडे होंगे, दूसरे सुपर संडे को महिला क्रिकेट T20 फाइनल, नेटबॉल फाइनल और महिला हॉकी फाइनल का मुकाबला खेला जाएगा।
- किसी बड़े खेल प्रतियोगिता में पहली बार पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए अधिक मेडल इवेंट शामिल हैं।
राष्ट्रमंडल खेल 2022 : एक नजर में
- राष्ट्रमंडल खेल कुल 15 स्थान पर आयोजित किए जाएंगे, इनमें से 14 स्थान वेस्ट मिडलैंड्स में हैं।
- शुभंकर “पेरी” ने अब तक वेस्ट मिडलैंड्स एरिया के 120 से अधिक स्कूलों का दौरा किया है।
- राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान लगभग 14,000 वालंटियर हिस्सा लेंगे, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि खेल बिना किसी बाधा आयोजित हो।
- स्कूल ऑफ ज्वैलरी के तीन छात्रों ने पदक, रिबन और बॉक्स डिजाइन किए हैं, जो खेलों के दौरान एथलीटों को दिए जाएंगे।
- बर्मिंघम के ज्वैलरी क्वार्टर में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल बनाए जा रहे हैं, जो एथलीटों को दिए जाएंगे।
- इंग्लैंड में, 2,000 से अधिक बैटन बियरर पूरे देश में बैटन ले जाएंगे। वहीं ओपनिंग और क्लोजिंग सेरेमनी में 2,000 से अधिक वालंटियर हिस्सा लेंगे।
- खेलों में हाने वाली सेरेमनी के लिए 3,500 पोशाकें बनाई जा रही हैं। सेरेमनी के लिए 19,000 लोगों के लिए पोशाक आइटम बनाए। जिसमें लगभग 10,000 मीटर कपड़े का उपयोग किया गया।
- इन खेलों में इस साल 72 देशों के 5 हजार से ज्यादा खिलाड़ी भाग लेते नजर आयेंगे
- वहीं भारत से भी 215 खिलाड़ियों का दल हिस्सा लेने पहुंचे यह पहली बार होगा जब भारतीय दल से 108 पुरुष और 107 महिला खिलाड़ी हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं|
राष्ट्रमंडल खेल : भारत
- राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के पहले पदक विजेता पहलवान “राशिद अनवर” थे, जिन्होंने लंदन में 1934 चरण में कांस्य पदक जीता था। भारत ने इन खेलों में पहली बार हिस्सा लिया था।
- 1934 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के केवल छह खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।
- भारत के छह सदस्यीय दल ने 1934 राष्ट्रमंडल खेलों की केवल एथलेटिक्स और कुश्ती स्पर्धा में हिस्सा लिया था।
- आजादी के बाद भारत को राष्ट्रमंडल खेलों में पहला स्वर्ण पदक जीतने के लिये 1958 तक इंतजार करना पड़ा था, तब महान एथलीट “मिल्खा सिंह” ने कार्डिफ में पीला तमगा जीता था।जिसके बाद उन्हें “फ्लाइंग सिक्ख” के नाम से जाना जाने लगा.
- “अमी घीया” और “कंवल ठाकर सिंह” की जोड़ी राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिलायें बनी थीं जिन्होंने कनाडा के एडमंटन में 1978 के चरण में कांस्य पदक जीता था।
- चक्का फेंक खिलाड़ी “कृष्णा पूनिया” ने मिल्खा सिंह की ऐतिहासिक उपलब्धि के 52 साल बाद दिल्ली में 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को एथलेटिक्स में दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया था।
- निशानेबाज रूपा “उन्नीकृष्णन” ने कुआलालंपुर में 1998 चरण के दौरान महिला 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में “स्वर्ण पदक” जीतने वाली पहली महिला बनकर इतिहास रच दिया था।
commonwealth games
- भारत राष्ट्रमंडल खेलों में केवल दो बार खाली हाथ लौटा है जिसमें 1938 (सिडनी) और 1954 (वैंकुवर) खेल शामिल हैं।
- दिल्ली ने एडमंटन को 46-22 के अंतर से हराकर 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के मेजबानी अधिकार हासिल किये थे।
- बीआर चोपड़ा की महाभारत में काम करने वाले दिवंगत अभिनेता प्रवीण कुमार सोबती ने जमैका के किंग्स्टन में 1966 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिये पदक जीता था। उन्होंने पुरूष हैमर थ्रो में रजत पदक जीता था।
- भारत 2002 चरण के बाद से कभी भी पदक तालका में शीर्ष पांच से बाहर नहीं रहा।
- चक्का फेंक एथलीट रंजीत कुमार 2006 चरण के दौरान कांस्य पदक जीतने से राष्ट्रमंडल खेलों का पदक जीतने वाले पहले भारतीय पैरा एथलीट बन गये।
- राष्ट्रमंडल खेलों में अब तक के सबसे सफल भारतीय एथलीट निशानेबाज “जसपाल राणा” हैं जिन्होंने 15 पदक जीते हैं।
- भारत का 322 सदस्यीय मजबूत दल बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लिया। देश का सबसे बड़ा दल 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में था जिसमें कुल 495 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।