Contemporary South Asia Class 12 Notes
समकालीन दक्षिण एशिया से आप क्या समझते है?
12 Class Political Science Notes in Hindi – समकालीन दक्षिण एशिया विश्व का महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इसमें मुख्य रूप से सात देशों को शामिल किया गया था – भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान और मालदीव को शामिल किया है। दक्षिण एशिया के सातों देश भूगोल और सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से एक दूसरे से के साथ जुड़े हुए हैं, लेकिन दक्षिण एशिया के 7 देशों में एक जैसी राजनीति प्रणाली नहीं पाई जाती|
वर्तमान समकालीन दक्षिण एशिया की स्थिति
वर्तमान में समकालीन दक्षिण एशिया में “अफगानिस्तान” और “म्यांमार” को भी शामिल किया गया है। इस प्रकार दक्षिण एशिया के देशों में आपस में सहयोग और संघर्षों का दौर चलता रहता है।
दक्षिण एशिया क्षेत्र की प्रमुख विशेषताएँ
समकालीन दक्षिण एशिया क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है,जिंसकी विशेषताओं को निम्नलिखित बिन्दुओं में देखा जा सकता है-
- समकालीन दक्षिण एशिया क्षेत्र में सद्भाव भी है|
- समकालीन दक्षिण एशिया क्षेत्रमें शत्रुता भी है|
- समकालीन दक्षिण एशिया क्षेत्र आशा भी है|
- समकालीन दक्षिण एशिया क्षेत्र में निराशा भी है।
- समकालीन दक्षिण एशिया क्षेत्र में पारस्परिक शंकायें भी हैं|
- समकालीन दक्षिण एशिया क्षेत्र में आपसी विश्वास भी है।
- भारत पाकिस्तान के बीच तनाव इसक्षेत्र का एक प्रमुख मुद्दा है|
दक्षिण एशिया की भौगोलिक स्थिति
समकालीन दक्षिण एशिया की भौगोलिक स्थिति इस उप – महाद्वीपीय क्षेत्र के भाषाई, सामाजिक तथा सांस्कृतिक अनूठेपन के लिए जिम्मेदार है। इसके उत्तर में विशाल हिमालय पर्वत–श्रृंखला, दक्षिण में हिन्द महासागर, पश्चिम में अरब सागर और पूर्व में बंगाल की खाड़ी से यह इलाका एक विशिष्ट प्राकृतिक, भौगोलिक विशिष्टता के रूप में नजर आता है।
दक्षिण एशिया की राजनीति और शासन प्रणाली
समकालीन दक्षिण एशिया के विभिन्न देशों में एक तरह की राजनितिक शासन प्रणालियाँ नहीं है ।
देश | शासन प्रणाली |
भारत | लोकतान्त्रिक शासन प्रणाली |
पाकिस्तान | लोकतान्त्रिक शासन प्रणाली / सैनिक शासन प्रणाली |
बांग्लादेश | बहुदलीय संसदीय प्रणाली / सैनिक शासन प्रणाली |
श्रीलंका | लोकतान्त्रिक शासन प्रणाली |
भूटान | राजतंत्र |
नेपाल | लोकतान्त्रिक शासन प्रणाली |
मालदीव | लोकतान्त्रिक शासन प्रणाली |
अफगानिस्तान | तालिबानी शासन |
म्यांमार | सैनिक शासन |
समकालीन दक्षिण एशिया के समक्ष महत्वपूर्ण चुनौतियाँ
- आपसी संघर्ष का होना
- आपसी सीमा विवाद का होना
- आपसी नदी जल विवाद
- क्षेत्रीय विद्रोह संघर्ष
- जातीय संघर्ष
- समकालीन दक्षिण एशिया संवेदनशील क्षेत्र
पाकिस्तान में स्थाई लोकतंत्रीकरण नहीं होने के कारण क्या है ?
दक्षिण एशिया क्षेत्र के पाकिस्तान में बार– बार सैनिक शासकों द्वारा तख्ता पलट हुआ है। जिसके कारण पाकिस्तान में कभी भी लोकतंत्र स्थायी रूप के कार्य नहीं कर पाया है। पाकिस्तान में लोकतंत्रीकरण ना होने के निम्नलिखित कठिनाइयाँ हैं-
- पाकिस्तान मेंसेना का हस्तक्षेप होना
- धर्मगुरु और भू–स्वामी अभिजनोंका सामाजिक दबदबा होना।
- भारत को आशंका की दृष्टी से देखना |
- सैनिक शासन को जायज ठहराया जाना है।
- सेना का वर्चश्व प्रभुत्व कायम होना|
- पश्चिमी देशों द्वारा अपने स्वार्थों से गुजरे वक्त में पाकिस्तान में सैनिक शासन को बढ़ावा दिया है।
- अन्तर्राष्ट्रीय समर्थन का अभाव होना|
ताशकंद समझौता क्या है ?
वर्ष 1965 में भारत और पाकिस्तान के बिच युद्ध छिड़ गयी जिसमे पाकिस्तान को हार का स्वाद चखना पड़ा। विश्व में शीतयुद्ध का माहौल था, जिस कारन सोवियत संघ ने दोनों देशों के बिच मध्यस्तता की भूमिका निभाते हुए युद्ध विराम के लिए दोनों देशों को राजी कर लिया। सन 1666 में ताशकंद में भारत को पाकिस्तान के बिच एक समझौता हुआ। इसे ही ताशकंद समझौते के नाम से जाना जाता है। इसके प्रमुख बातें निम्नलिखित है-
- दोनों देश अच्छे सम्बन्ध बनाये रखेंगे तथा संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के प्रावधानों का सम्मान करेंगे।
- एक दूसरे के घरेलु मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।
- एक दूसरे के प्रति गलत प्रचार नहीं करेंगे।
- दोनों देश युद्ध बंदियों की अदला-बदली करेंगे।
- शरणार्थियों व् विस्थापित की समस्या का बातचीत द्वारा समाधान होगा।
- दोनों देशों की सेनाएँ युद्ध से पूर्व की स्थिति में लौट जायेंगे।
सिंधु जल संधि क्या है?
1960 में विश्व बैंक की सहायता से भारत और पाकिस्तान ने ‘सिंधु- जल’ पर हस्ताक्षर किये और यह संधि भारत और पाकिस्तान के बीच कई सैनिक संघर्षों के बावजूद भी कायम है। लेकिन संधि होने के बावजूद जल बटवारें को लेकर दोनों देशों के बिच अभी- भी कुछ छोटे-मोठे विवाद होते रहते है।
साफ्टा (SAFTA) क्या है?
6 जनवरी 2004 को पाकिस्तान के इस्लामाबाद में आयोजित 12वां सार्क शिखर सम्मलेन सदस्य देशों में एक नए समझौते पर हस्ताक्षर किया जो साफ्टा के नाम से जाना जाता है। SAFTA का पूरा नाम South Asian Free Tread Area है। इसका मूल उद्देश्य सम्पूर्ण दक्षिण एशिया के लिए मुक्त व्यापर क्षेत्र बनाना है। यदि दक्षिण एशिया के सभी देश इससे सहमत हो जाये तो सन्ति और सहयोग की एक नहीं धरा शुरू हो सकती है।
FAQ’s : समकालीन दक्षिण एशिया
प्रश्न 1 श्रीलंका को आजादी किस वर्ष मिली थी?
(a) 1948
(b) 1947
(c) 1951
(d) 1972
उत्तर- 1948
प्रश्न 2 बांग्लादेश को स्वतंत्रता किस वर्ष मिली?
(a) 1965
(b) 1947
(c) 1971
(d) 1948
उत्तर- 1971
प्रश्न 3 श्रीलंका का प्राचीन नाम क्या है?
(a) सीलोन
(b) बर्मा
(c) लंका
(d) स्वर्ण नगरी
उत्तर- सीलोन
प्रश्न 4 भारत-चीन युद्ध किस वर्ष हुआ था?
(a) 1962
(b) 1948
(c) 1965
(d) 1972
उत्तर- 1962
प्रश्न 5 1972 में शिमला समझोता किन दो देशों के बिच हुआ था?
(a) भारत-बांग्लादेश
(b) भारत-पाकिस्तान
(c) बांग्लादेश-पाकिस्तान
(d) भारत-चीन
उत्तर- भारत-पाकिस्तान
प्रश्न 6 भारत ने पहला परमाणु परिक्षण किस वर्ष किया था?
(a) 1965
(b) 1974
(c) 1919
(d) 1998
उत्तर- 1974
प्रश्न 7 गंगा नदी जल बटवारे को लेकर भारत और बांग्लादेश के बिच कौन-सा समझोता हुआ था?
(a) शिमला समझोता
(b) तास्कंद समझोता
(c) सिन्धु समझोता
(d) फरक्का समझोता
उत्तर- फरक्का समझोता
प्रश्न 8 कारगिल युद्ध कब हुआ था?
(a) 1985
(b) 1971
(c) 1999
(d) 1965
उत्तर- 1999
प्रश्न 9 लिट्टे किस देश का आतंकवादी संगठन है?
(a) म्यामार
(b) पाकिस्तान
(c) अफगानिस्तान
(d) श्रीलंका
उत्तर- श्रीलंका
प्रश्न 10 वर्तमान में सार्क (दक्षेस) के कितने सदश्य देश है?
(a) 5
(b) 6
(c) 8
(d) 10
उत्तर- 8
प्रश्न 11 सार्क का मुख्यालय कहाँ है?
(a) बेलग्रेड
(b) ढाका
(c) काठमांडू
(d) करांची
उत्तर- काठमांडू
प्रश्न 12 भारत ने दूसरा परमाणु परिक्षण कब किया था?
(a) 2001
(b) 1974
(c) 1985
(d) 1998
उत्तर- 1998