अंडमान-निकोबार के 21 द्वीपों का नामकरण परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर किया

अंडमान-निकोबार के 21 द्वीपों का नामकरण परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर किया

21  Param Vir Chakra list in Hindi नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान और निकोबार में 21 दीपों को परम वीरों का नाम दिया, अंडमान निकोबार दीप समूह के 21 द्वीपों का नाम परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के नाम पर रखा गया है तो आइए जानते हैं 21  Param Vir Chakra list in Hindi कि आखिर कौन है वह वीर जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन किया

धन सिंह द्वीप (आई एन ए एन – 646)

 लेफ्टिनेंट कर्नल धन सिंह थापा ने वर्ष 1962 के भारत- चीन युद्ध के दौरान  पेंगोंग झील के उत्तर में मौजूद चौकी को चीनी सैनिकों के कब्जे से छुड़ाया था साथ ही उन्होंने तीन हमलों को नाकाम भी किया था |

तारापोर द्वीप (आई एन ए एन 565)

लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोर के नेतृत्व में वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान रेजिमेंट ने पाकिस्तान के 60 टैंकों को नष्ट किया था, इस युद्ध के दौरान तारापोर शहीद हो गए थे |

करम सिंह द्वीप (आई एन ए एन 308)

लांस नायक कैप्टन करम सिंह ने वर्ष 1947 के भारत-पाक युद्ध के दौरान कश्मीर में फॉरवर्ड पोस्ट को बचाने के में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई थी, उन्हें मानद कप्तान के पद से भी सम्मानित किया गया |

बाना द्वीप (आई एन ए एन 293)

कैप्टन बाना सिंह ऑपरेशन राज्यों के तहत जम्मू कश्मीर में 987 में सियाचिन ग्लेशियर की सबसे ऊंची चोटी पर पाकिस्तान की सेना को छक्के छुडाते हुए अपने नियंत्रण में कर लिया था |

एक्का द्वीप (आई एन ए एन 376)

 लांस नायक अल्बर्ट एक्का ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान वीरता का अद्भुत प्रदर्शन किया था उन्होंने खुद घायल होकर भी अपने टीम के सैनिकों की जान बचाई थी |

खेत्रपाल द्वीप (आई एन ए एन 297)

सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान शकरगढ़ के युद्ध क्षेत्र में शहीद हो गए थे इस युद्ध में उन्होंने पूना हॉर्स में पाक सैनिकों की तैनाती को अपनी बहादुरी से रोका था |

पांडे द्वीप (आई एन ए एन 306)

कैप्टन मनोज कुमार पांडे ने 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान बटालिक सेक्टर में हुई लड़ाई के दौरान पाकिस्तान के 2 सैनिकों को मार गिराया था और खुद घायल होने पर भी ग्रेनेड नष्ट किया और शहीद हो गए |

होशियार द्वीप (आई एन ए एन 287)

कर्नल होशियार सिंह दहिया को 1971 की लड़ाई में बसंतर नदी पर पुल बनाने का काम दिया गया था उन्होंने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तानी सेना के हमलों को नाकाम कर दिया था जिसकी वजह से पाकिस्तानी सेना को पीछे हटना पड़ा था |

शैतान द्वीप (आई एन ए एन 255)

वर्ष 1962 के भारत और चीन के मध्य हुए युद्ध में मेजर शैतान सिंह भाटी के दोनों हाथ जख्मी हो गए थे तब उन्होंने गन के ट्रिगर को रस्सी से पैर में बांधकर फायरिंग की और अपने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए मातृभूमि के लिए शहीद हो गए थे |

जदुनाथ द्वीप (आई एन ए एन 198)

जदुनाथ सिंह ने 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में 9 सदस्य फॉरवर्ड सेक्शन पोस्ट को बचा कर रखा था उन्होंने स्टैंड घन से पाकिस्तानी सेना पर हमला कर दिया और इस तरीके से उन्होंने अपने अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन करते हुए मातृभूमि के लिए शहीद हो गए |

योगेंद्र द्वीप (आई एन ए एन 193)

सूबेदार मेजर और मानद कैप्टन योगेंद्र सिंह ने 1999 के कारगिल युद्ध में घायल होने पर भी 4 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था उनकी पलटन बाद में टाइगर हिल पर कब्जा करने में सफल रही |

हामिद द्वीप (आई एन ए एन 571)

मास्टर हवलदार अब्दुल हमीद ने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान 8 पाकिस्तानी टैंको को अपनी बहादुरी से नष्ट कर दिया वह पाकिस्तान के नौवें टैंक को नष्ट करते हुए भारत माता के लिए शहीद हो गए थे |

राणे द्वीप (आई एन ए एन 474)

मेजर राम राघोबा राणे ने 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान कई बाधाओं और बारूदी सुरंगों को साफ करने में अद्भुत भूमिका निभाई थी भारतीय सेना द्वारा राजोरी पर कब्जा कर लिया गया |

रामास्वामीद्वीप (आई एन ए एन 421)

मेजर रामास्वामी परमेश्वरण द्वारा 1985 में श्री लंका से लौट रहे थे तभी अचानक आतंकवादियों ने हमला कर दिया था उन्होंने जवाबी कार्यवाही में अपना अद्भुत प्रदर्शन करते हुए 5 आतंकवादियों को मार गिराया था |

बत्रा द्वीप (आई एन ए एन 417)

1999 में कारगिल युद्ध के दौरान विक्रम बत्रा ने 5140 पॉइंट को पाकिस्तानी सेना से मुक्त कराया था साथ ही 4875 पॉइंट पर कब्जे के दौरान अपने अद्भुत प्रदर्शन से 5 पाकिस्तानी दुश्मन सैनिकों को मार गिराया था इस ऑपरेशन के दौरान ही विक्रम बत्रा भारत माता के लिए शहीद हो गए |

जोगिंदर द्वीप (आई एन ए एन 414)

सूबेदार जोगिंदर सिंह ने वर्ष 1962 के भारत चीन युद्ध के दौरान बुम ला पास  में भारत में सैनिकों का नेतृत्व कर चौकी का बचाव किया उन्होंने अकेले ही 50 से अधिक चीनी सैनिकों को मार गिराया था |

सलारिया द्वीप(आई एन ए एन 419)

कैप्टन गुरबचन सिंह सलारिया कांगो में 1961 संयुक्त राष्ट्र ऑपरेशन के हिस्से के रूप में भारतीय सैनिकों में से एक थे उनकी टीम ने 40 उग्रवादियों को ढेर कर दिया था अपने अद्भुत शोर्य का प्रदर्शन करते हुए गुरबचन सिंह भारत माता के लिए शहीद हो गए |

पीरु द्वीप (आई एन ए एन 374)

कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह शेखावत ने वर्ष 1947 में भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान जम्मू कश्मीर में अकेले ही दुश्मनों की चौकी पर ग्रेनेड फेंककर कई पाकिस्तानी जवानों को मार गिराया था |

सोमनाथ द्वीप (आई एन ए एन 370)

मेजर सोमनाथ शर्मा ने वर्ष 1947 1948 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सोमनाथ 3 नवंबर 1947 को श्रीनगर हवाई अड्डे के पास पाकिस्तान के घुसपैठियों को खदेड़ते हुए भारत माता के लिए शहीद हो गए |

सेखो द्वीप (आई एन ए एन 377)

फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों ने वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना के हवाई हमले के खिलाफ श्रीनगर एयरबेस की रक्षा की थी |

संजय द्वीप (आई एन ए एन 536)

सूबेदार मेजर संजीव कुमार ने वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान के 3 सैनिकों को मार गिराया था यद्यपि उनके शरीर में गोलियां लगने के बाद भी दुश्मन सैनिकों को मार गिरा दिया |

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